27 मेरे पिता ने सबकुछ मेरे हाथ में सौंपा है।+ और कोई बेटे को पूरी तरह नहीं जानता सिवा पिता के,+ न ही कोई पिता को पूरी तरह जानता है सिवा बेटे के और उसके, जिस पर बेटा उसे प्रकट करना चाहे।+
6 इसलिए कि परमेश्वर ने ही कहा था, “अंधकार में से रौशनी चमके।”+ उसी ने हमारे दिलों पर अपनी रौशनी चमकायी है+ ताकि हम उन्हें परमेश्वर के उस शानदार ज्ञान से रौशन करें जो मसीह के चेहरे से झलकता है।