29 क्या एक पैसे में* दो चिड़ियाँ नहीं बिकतीं? मगर उनमें से एक भी तुम्हारे पिता के जाने बगैर ज़मीन पर नहीं गिरती।+30 मगर तुम्हारे सिर का एक-एक बाल तक गिना हुआ है।
6 क्या दो पैसे* में पाँच चिड़ियाँ नहीं बिकतीं? मगर उनमें से एक भी ऐसी नहीं जिसे परमेश्वर भूल जाए।*+7 मगर तुम्हारे सिर का एक-एक बाल तक गिना हुआ है।+ इसलिए मत डरो, तुम बहुत-सी चिड़ियों से कहीं ज़्यादा अनमोल हो।+