18 मैं उनके लिए उन्हीं के बीच से तेरे जैसा एक भविष्यवक्ता खड़ा करूँगा+ और उसे अपनी आज्ञाएँ बताया करूँगा।+ वह जाकर उन्हें वह सारी बातें बताएगा जिसकी मैं उसे आज्ञा दूँगा।+
15 तब वह जवान जो मर गया था, उठ बैठा और बात करने लगा और यीशु ने उसे उसकी माँ को सौंप दिया।+16 यह देखकर सब लोगों पर डर छा गया और वे यह कहते हुए परमेश्वर की महिमा करने लगे, “हमारे बीच एक महान भविष्यवक्ता आया है”+ और “परमेश्वर ने अपने लोगों की तरफ ध्यान दिया है।”+
2 रात के वक्त यीशु के पास आया+ और उससे कहा, “रब्बी,+ हम जानते हैं कि तू परमेश्वर की तरफ से आया शिक्षक है। इसलिए कि तू जो चमत्कार करता है, वह कोई भी इंसान तब तक नहीं कर सकता,+ जब तक कि परमेश्वर उसके साथ न हो।”+
22 हे इसराएलियो, मेरी यह बात सुनो: यीशु नासरी परमेश्वर का भेजा हुआ इंसान था और इस बात को साबित करने के लिए परमेश्वर ने उसके ज़रिए तुम्हारे बीच बड़े-बड़े शक्तिशाली और आश्चर्य के काम और चमत्कार किए,+ जैसा कि तुम खुद भी जानते हो।