17 मैं तुमसे सच कहता हूँ, बहुत-से भविष्यवक्ताओं और नेक लोगों ने चाहा था कि वह सब देखें जो तुम देख रहे हो, मगर नहीं देख सके+ और वे बातें सुनें जो तुम सुन रहे हो, मगर नहीं सुन सके।
13 ये सभी लोग विश्वास रखते हुए मर गए, हालाँकि उन्होंने वह सब नहीं पाया जिसका उनसे वादा किया गया था।+ फिर भी उन्होंने वादा की गयी बातों को दूर ही से देखा+ और उनसे खुशी पायी। और सब लोगों के सामने ऐलान किया कि वे उस देश में अजनबी और मुसाफिर हैं।