19 अगर तुम दुनिया के होते तो दुनिया तुम्हें पसंद करती क्योंकि तुम उसके अपने होते। मगर तुम दुनिया के नहीं हो+ बल्कि मैंने तुम्हें दुनिया से चुन लिया है, इसलिए दुनिया तुमसे नफरत करती है।+
4 अरे व्यभिचार करनेवालो,* क्या तुम नहीं जानते कि दुनिया के साथ दोस्ती करने का मतलब परमेश्वर से दुश्मनी करना है? इसलिए जो कोई इस दुनिया का दोस्त बनना चाहता है वह परमेश्वर का दुश्मन बन जाता है।+