प्रेषितों 4:34, 35 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 34 सच तो यह है कि उनमें कोई भी तंगी में नहीं था+ क्योंकि जितनों के पास खेत या घर थे, वे उन्हें बेच देते और मिलनेवाली रकम लाकर 35 प्रेषितों के पैरों पर रख देते थे।+ और फिर हरेक को उसकी ज़रूरत के मुताबिक बाँट दिया जाता था।+
34 सच तो यह है कि उनमें कोई भी तंगी में नहीं था+ क्योंकि जितनों के पास खेत या घर थे, वे उन्हें बेच देते और मिलनेवाली रकम लाकर 35 प्रेषितों के पैरों पर रख देते थे।+ और फिर हरेक को उसकी ज़रूरत के मुताबिक बाँट दिया जाता था।+