42 हालाँकि बहुत-से धर्म-अधिकारियों ने भी यीशु पर विश्वास किया,+ मगर वे फरीसियों के डर से खुलकर उसे स्वीकार नहीं करते थे ताकि उन्हें सभा-घर से बेदखल न कर दिया जाए।+
5 मगर फरीसियों के गुट के कुछ लोग, जो विश्वासी बन गए थे, अपनी जगह से उठ खड़े हुए और उन्होंने कहा, “यह बेहद ज़रूरी है कि गैर-यहूदियों का खतना कराया जाए और उन्हें मूसा का कानून मानने की आज्ञा दी जाए।”+