8 अब मैं अविवाहितों और विधवाओं से कहता हूँ कि उनके लिए अच्छा है कि वे ऐसे ही रहें जैसा मैं हूँ।+9 लेकिन अगर उनमें संयम नहीं तो वे शादी कर लें, क्योंकि वासनाओं की आग में जलने से तो अच्छा है कि वे शादी कर लें।+
14 इसलिए मैं यही चाहता हूँ कि जवान विधवाएँ शादी करें,+ बच्चे पैदा करें+ और घर-गृहस्थी सँभालें ताकि विरोधियों को हमारे बारे में बुरा-भला कहने का मौका न दें।