16 पूरा शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से लिखा गया है+ और सिखाने,+ समझाने, टेढ़ी बातों को सीध में लाने* और नेक स्तरों के मुताबिक सोच ढालने के लिए फायदेमंद है+17 ताकि परमेश्वर का सेवक हर अच्छे काम के लिए पूरी तरह काबिल बने और हर तरह से तैयार हो सके।
19 इस तरह भविष्यवाणियों पर हमारा भरोसा और मज़बूत हुआ है। और (जब तक दिन नहीं होता और दिन का तारा+ नहीं निकलता) तुम उन पर ध्यान देकर अच्छा कर रहे हो मानो ये एक जलते हुए दीपक की तरह+ अँधेरी जगह में यानी तुम्हारे दिलों में जगमगा रही हैं।