28 लेकिन अगर कोई तुमसे कहता है, “यह बलिदान में से है,” तो उसके बताने की वजह से और ज़मीर की वजह से मत खाना।+ 29 ज़मीर से मेरा मतलब है उस दूसरे का ज़मीर, न कि तुम्हारा ज़मीर। मैं अपनी इस आज़ादी का इस्तेमाल नहीं करना चाहता ताकि दूसरे का ज़मीर मुझे दोषी न ठहराए।+