8 अपने होश-हवास बनाए रखो, चौकन्ने रहो!+ तुम्हारा दुश्मन शैतान, गरजते हुए शेर की तरह इस ताक में घूम रहा है कि किसे फाड़ खाए।+ 9 मगर तुम विश्वास में मज़बूत रहकर उसका मुकाबला करो,+ क्योंकि तुम जानते हो कि दुनिया-भर में फैली तुम्हारे भाइयों की पूरी बिरादरी ऐसी ही दुख-तकलीफें झेल रही है।+