5 इसलिए तुम खुद भी जीवित पत्थर हो और पवित्र शक्ति से एक भवन के रूप में तुम्हारा निर्माण किया जा रहा है।+ यह इसलिए किया जा रहा है ताकि तुम पवित्र याजकों का दल बनो और यीशु मसीह के ज़रिए परमेश्वर को ऐसे बलिदान चढ़ाओ जो पवित्र शक्ति के मुताबिक हों और उसे मंज़ूर हों।+