वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • रोमियों 12:3
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 3 मुझ पर जो महा-कृपा हुई है, उसके ज़रिए मैं तुममें से हरेक से जो वहाँ है, यह कहता हूँ कि कोई भी अपने आपको जितना समझना चाहिए, उससे बढ़कर न समझे।+ इसके बजाय परमेश्‍वर ने हरेक को जितना विश्‍वास दिया* है उसके मुताबिक वह सही सोच बनाए रखे।+

  • 2 कुरिंथियों 12:20
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 20 मुझे डर है कि जब मैं तुम्हारे पास आऊँ तो मैं तुम्हें ऐसा न पाऊँ जैसा मैं चाहता हूँ और तुम भी मुझे वैसा न पाओ जैसा तुम चाहते हो। कहीं ऐसा न हो कि तुममें तकरार, जलन, गुस्से से आग-बबूला होना, झगड़े, पीठ पीछे बदनाम करना, चुगली लगाना,* घमंड से फूलना और हंगामे पाए जाएँ।

  • 3 यूहन्‍ना 9
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 9 मैंने मंडली को कुछ लिखा था, मगर दियुत्रिफेस जो मंडली में सबसे बड़ा बनना चाहता है,+ वह हमारी किसी भी बात की इज़्ज़त नहीं करता।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें