11 परमेश्वर के दिए सारे हथियार बाँध लो+ ताकि तुम शैतान की धूर्त चालों का डटकर सामना कर सको। 12 इसलिए कि हमारी लड़ाई+ हाड़-माँस के इंसानों से नहीं बल्कि सरकारों, अधिकारियों, दुनिया के अंधकार के शासकों और उन शक्तिशाली दुष्ट दूतों से है+ जो आकाश में हैं।