6 मगर अब हम इस कानून से आज़ाद हो चुके हैं+ क्योंकि हम जिसके बंधन में थे उसके लिए मर चुके हैं ताकि हम लिखित कानून से पुराने मायने में नहीं+ बल्कि पवित्र शक्ति से एक नए मायने में दास बनें।+
15 उसने अपना शरीर बलिदान करके वह दुश्मनी मिटा दी यानी कानून मिटा दिया जिसमें कई आज्ञाएँ थीं ताकि वह दोनों समूहों को अपने साथ एकता में लाकर एक नया इंसान बनाए+ और शांति कायम करे