4 तू कौन होता है दूसरे के सेवक को दोषी ठहरानेवाला?+ वह खड़ा रहेगा या गिर जाएगा, इसका फैसला उसका मालिक करेगा।+ दरअसल, उसे खड़ा किया जाएगा क्योंकि यहोवा* उसे खड़ा कर सकता है।
10 क्योंकि हममें से हरेक को मसीह के न्याय-आसन के सामने हाज़िर होना पड़ेगा* ताकि हर किसी ने इस शरीर में रहकर जैसे काम किए हैं, फिर चाहे अच्छे हों या बुरे, उनके हिसाब से उसे बदला मिले।+