8 क्योंकि तुम भी एक वक्त पर अंधकार में थे, मगर अब तुम प्रभु के साथ एकता में होने की वजह से+ रौशनी में हो।+ रौशनी की संतानों के नाते चलते रहो 9 क्योंकि रौशनी का नतीजा हर तरह की भलाई, नेकी और सच्चाई है।+
9 मगर तुम “एक चुनी हुई जाति, शाही याजकों का दल और एक पवित्र राष्ट्र हो+ और परमेश्वर की खास जागीर बनने के लिए चुने गए लोग हो+ ताकि तुम सारी दुनिया में उसके महान गुणों* का ऐलान करो”+ जिसने तुम्हें अंधकार से निकालकर अपनी शानदार रौशनी में बुलाया है।+
12 दुनिया के लोगों के बीच तुम बढ़िया चालचलन बनाए रखो+ ताकि जब वे तुम पर बुरे काम करने का दोष लगाएँ, तो अपनी आँखों से तुम्हारे भले काम देख सकें+ और उस दिन परमेश्वर की महिमा करें जिस दिन वह जाँच करने आएगा।