24 हे पिता, मैं चाहता हूँ कि जिन्हें तूने मुझे दिया है वे भी मेरे साथ वहाँ रहें जहाँ मैं रहूँगा+ ताकि वे मेरी महिमा देखें जो तूने मुझे दी है, क्योंकि तूने दुनिया की शुरूआत से भी पहले मुझसे प्यार किया।+
6 सुखी और पवित्र हैं वे जिन्हें मरे हुओं में से सबसे पहले ज़िंदा किया जाता है।+ इन पर दूसरी मौत+ का कोई अधिकार नहीं,+ मगर वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे+ और राजा बनकर उसके साथ 1,000 साल तक राज करेंगे।+