20 हे तीमुथियुस, तुझे जो अमानत सौंपी गयी है उसे सँभालकर रख।+ उन खोखली बातों से दूर रह जो पवित्र बातों के खिलाफ हैं और झूठे ज्ञान की विरोध करनेवाली बातों से दूर रह।+
13 यह गवाही सच्ची है। इसीलिए तू उनके साथ सख्ती से पेश आ और उन्हें सुधारता रह ताकि वे विश्वास में मज़बूत* बनें 14 और यहूदियों की कथा-कहानियों और उन लोगों की आज्ञाओं पर ध्यान न दें जो सच्चाई की राह छोड़ देते हैं।