32 मगर तुम उन बीते दिनों को याद करते रहो जब तुमने ज्ञान की रौशनी पाने के बाद+ कड़ा संघर्ष करते हुए मुश्किलें सही थीं और धीरज धरा था। 33 कभी सरेआम तुम्हारा मज़ाक उड़ाया गया और तुम्हें सताया गया, तो कभी तुम यह सब सहनेवालों के साथ उनके दुखों में भागीदार बने।