19 उस कानून ने कुछ भी परिपूर्ण नहीं किया+ मगर जब उससे भी बेहतर आशा+ दी गयी तो उससे परिपूर्ण होना मुमकिन हुआ और उसके ज़रिए हम परमेश्वर के करीब आ रहे हैं।+
9 यह तंबू आज के समय के लिए एक नमूना है+ और इस इंतज़ाम के मुताबिक भेंट और बलिदान चढ़ाए जाते हैं।+ मगर ये बलिदान और भेंट पवित्र सेवा करनेवाले इंसान को पूरी तरह से शुद्ध ज़मीर नहीं दे सकते।+