27 फिर उसने एक प्याला लिया और प्रार्थना में धन्यवाद देकर उन्हें दिया और कहा, “तुम सब इसमें से पीओ+28 क्योंकि यह मेरे खून की निशानी है,+ जो करार को पक्का करता है+ और जो बहुतों के पापों की माफी के लिए बहाया जाएगा।+
20 जब वे शाम का खाना खा चुके तो उसने प्याला लेकर भी ऐसा ही किया और कहा, “यह प्याला उस नए करार की निशानी है+ जिसे मेरे खून से पक्का किया जाएगा,+ उस खून से जो तुम्हारी खातिर बहाया जाना है।+