12 मिद्यानी, अमालेकी और पूर्वी देशों के लोगों+ से घाटी ऐसी भरी थी मानो वहाँ टिड्डियों का झुंड उतर आया हो। और उनके ऊँटों की गिनती समुंदर किनारे की बालू के किनकों की तरह अनगिनत थी।+
22 इस दौरान, गिदोन के 300 आदमी नरसिंगे फूँकते रहे और यहोवा ने ऐसा किया कि दुश्मन सैनिक एक-दूसरे पर ही तलवार चलाने लगे।+ दुश्मन सेना भागते-भागते सरेरा की तरफ बेत-शित्ता पहुँची और फिर वहाँ से आबेल-महोला+ की सरहद तक गयी, जो तब्बात के नज़दीक है।