6 सुन, कोई कह रहा है, “आवाज़ लगा!”
दूसरे ने पूछा, “क्या आवाज़ लगाऊँ?”
“सब इंसान हरी घास के समान हैं,
उनका अटल प्यार मैदान के फूलों की तरह है।+
7 जब यहोवा की फूँक उन पर पड़ती है,
तो हरी घास सूख जाती है
और खिले हुए फूल मुरझा जाते हैं।+
सच, लोग हरी घास के समान हैं।