2फिर नून के बेटे यहोशू ने शित्तीम से+ दो आदमियों को चुपके से जासूसी करने भेजा और उनसे कहा, “जाओ जाकर उस देश की, खासकर यरीहो की खोज-खबर लेकर आओ।” वे दोनों जासूस निकल पड़े और राहाब नाम की एक वेश्या के घर आकर ठहरे।+
15 इसके बाद राहाब ने एक रस्सी के सहारे उन्हें खिड़की से नीचे उतार दिया क्योंकि उसका घर शहरपनाह की दीवार से सटा हुआ था। दरअसल उसका घर दीवार के ऊपर ही बना हुआ था।+
17 यह शहर और इसमें जो कुछ है उस पर यहोवा का अधिकार है और उसने इन्हें नाश के लायक ठहराया है।+ सिर्फ राहाब+ वेश्या और उसके साथ उसके घर में जो कोई है, उन्हें ज़िंदा छोड़ देना क्योंकि राहाब ने हमारे जासूसों को छिपाया था।+
31 विश्वास की वजह से ही राहाब नाम की वेश्या उन लोगों के साथ नाश नहीं हुई जो आज्ञा नहीं मानते थे, क्योंकि उसने जासूसों को शांति से अपने यहाँ ठहराया था।+