42 उसने हमें यह आज्ञा भी दी कि हम लोगों को प्रचार करें और इस बात की अच्छी तरह गवाही दें+ कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने जीवितों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है।+
31 क्योंकि उसने एक दिन तय किया है जब वह सच्चाई से सारी दुनिया का न्याय करेगा+ और इसके लिए उसने एक आदमी को ठहराया है। और सब इंसानों को इस बात का पक्का यकीन दिलाने* के लिए परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से ज़िंदा किया है।”+
12 और मैंने मरे हुओं को यानी छोटे-बड़े सबको राजगद्दी के सामने खड़े देखा और किताबें* खोली गयीं। फिर एक और किताब* खोली गयी जो जीवन की किताब है।+ उन किताबों में लिखी बातों के मुताबिक, मरे हुओं का उनके कामों के हिसाब से न्याय किया गया।+