12 सुखी है वह इंसान जो परीक्षा में धीरज धरे रहता है+ क्योंकि परीक्षा में खरा उतरने पर* वह जीवन का ताज पाएगा,+ जिसका वादा यहोवा* ने उनसे किया है जो हमेशा उससे प्यार करते हैं।+
11 देखो! हम मानते हैं कि जो धीरज धरते हैं वे सुखी* हैं।+ तुमने सुना है कि अय्यूब ने कैसे धीरज धरा था+ और यहोवा* ने उसे क्या इनाम दिया था,+ जिससे तुम समझ सकते हो कि यहोवा* गहरा लगाव रखनेवाला* और दयालु परमेश्वर है।+