7 प्यारे भाइयो, मैं तुम्हें जो लिख रहा हूँ वह कोई नयी आज्ञा नहीं बल्कि वही पुरानी आज्ञा है जो तुम्हें पहले से मिली हुई है।+ यह पुरानी आज्ञा वह वचन है जो तुम सुन चुके हो।
5 इसलिए हे औरत, मैं तुझसे इस आज्ञा को मानने की गुज़ारिश करता हूँ कि हम एक-दूसरे से प्यार करें। (मैं तुझे कोई नयी आज्ञा नहीं लिख रहा बल्कि वही आज्ञा लिख रहा हूँ जो हमारे पास शुरू से थी।)+