16 तीसरे दिन सुबह तेज़ गरजन होने लगा और बिजली चमकने लगी। पहाड़ पर एक घना बादल+ दिखायी दिया और नरसिंगे की ज़ोरदार आवाज़ सुनायी दी। छावनी में सब लोग डर के मारे थरथराने लगे।+
5 उस राजगद्दी से बिजलियाँ कौंध रही थीं+ और गड़गड़ाहट और गरजन की आवाज़ निकल रही थी।+ और राजगद्दी के सामने आग के सात बड़े दीए थे जिनसे लपटें उठ रही थीं। इनका मतलब परमेश्वर की सात पवित्र शक्तियाँ हैं।+
19 और स्वर्ग में परमेश्वर के मंदिर का पवित्र-स्थान खोला गया और उसके करार का संदूक मंदिर के पवित्र-स्थान में देखा गया।+ और बिजलियाँ कौंधीं, ज़ोरदार आवाज़ें आयीं, गरजन और भूकंप हुआ और बड़े-बड़े ओले पड़े।