2 मगर मंदिर के पवित्र-स्थान के बाहर जो आँगन है उसे छोड़ दे, मत नाप क्योंकि यह आँगन दूसरे राष्ट्रों को दिया गया है और वे 42 महीने तक पवित्र नगरी+ को अपने पैरों तले रौंदेंगे।+ 3 मैं अपने दो गवाहों को भेजूँगा ताकि वे टाट ओढ़कर 1,260 दिन तक भविष्यवाणी करें।”