3 जब वह मुझे वहाँ ले गया तो मैंने वहाँ एक आदमी को देखा जिसका रूप ताँबे जैसा था।+ उसके हाथ में अलसी की एक डोरी और एक माप-छड़* था+ और वह दरवाज़े पर खड़ा था।
5 मैंने उस मंदिर* के बाहर चारों तरफ एक दीवार देखी। उस आदमी के हाथ में जो माप-छड़ था वह छ: हाथ लंबा था। (हर हाथ के माप में चार अंगुल जोड़ा गया था।)* वह माप-छड़ से दीवार नापने लगा। दीवार की मोटाई और ऊँचाई एक-एक छड़ थी।