15 मैं तेरे साथ हूँ और जहाँ-जहाँ तू जाएगा मैं तेरी हिफाज़त करूँगा और एक दिन तुझे वापस इस देश में ले आऊँगा।+ मैं तेरा साथ कभी नहीं छोड़ूँगा और तुझसे जो वादा किया था उसे पूरा करूँगा।”+
9 इसके बाद याकूब ने परमेश्वर से प्रार्थना की: “हे यहोवा, मेरे दादा अब्राहम और मेरे पिता इसहाक के परमेश्वर, तू जो मुझसे कहता है कि अपने रिश्तेदारों के पास अपने देश लौट जा और मैं हमेशा तेरा भला करूँगा,+
27 आखिरकार याकूब अपने पिता इसहाक के पास ममरे पहुँचा+ जो किरयत-अरबा यानी हेब्रोन के इलाके में है। यहीं पर अब्राहम और इसहाक ने परदेसियों की ज़िंदगी गुज़ारी थी।+