16 उन्होंने जाकर बिलाम से कहा, “सिप्पोर के बेटे बालाक ने यह संदेश भेजा है: ‘मेहरबानी करके मेरे पास आ। चाहे कुछ भी हो जाए, तू रुकना मत, ज़रूर आना। 17 मैं तेरा बढ़-चढ़कर सम्मान करूँगा। जो कुछ तू मुझसे कहेगा, मैं करूँगा। बस मुझ पर इतना एहसान कर, तू यहाँ आकर इन लोगों को शाप दे दे।’”