52 तुम अपने सामने से उन सभी लोगों को भगा देना जो वहाँ बसे हुए हैं। तुम उनकी सभी मूरतें चूर-चूर कर देना, फिर चाहे वे पत्थर की नक्काशीदार मूरतें हों+ या धातु की मूरतें*+ और उनकी पूजा की सभी ऊँची जगह ढा देना।+
55 लेकिन अगर तुम उस देश के लोगों को वहाँ से नहीं भगाओगे+ और उन्हें अपने बीच रहने दोगे, तो वे तुम्हारी आँखों की किरकिरी बन जाएँगे और काँटा बनकर तुम्हें चुभते रहेंगे और तुम पर ज़ुल्म करते रहेंगे।+