2फिर नून के बेटे यहोशू ने शित्तीम से+ दो आदमियों को चुपके से जासूसी करने भेजा और उनसे कहा, “जाओ जाकर उस देश की, खासकर यरीहो की खोज-खबर लेकर आओ।” वे दोनों जासूस निकल पड़े और राहाब नाम की एक वेश्या के घर आकर ठहरे।+
16यूसुफ के वंशजों को चिट्ठियाँ डालकर ज़मीन का जो हिस्सा दिया गया,+ उसकी सरहद यरीहो के पास यरदन से शुरू होती थी और उन सोतों तक जाती थी जो यरीहो के पूरब में पड़ते थे। फिर यह सरहद यरीहो के सामने वीराने से होते हुए बेतेल के पहाड़ी प्रदेश तक पहुँचती थी।+