9 पलिश्ती, दलीला के अंदरवाले कमरे में घात लगाकर बैठ गए। दलीला ने शिमशोन से कहा, “शिमशोन! पलिश्ती आ गए!” यह सुनते ही शिमशोन ने डोरियाँ ऐसे तोड़ दीं जैसे आँच लगते ही अलसी का धागा टूट जाता है।+ शिमशोन की ताकत का राज़, राज़ ही रहा।
12 तब दलीला ने नयी रस्सियाँ लीं और उनसे शिमशोन को बाँध दिया। फिर उसने कहा, “शिमशोन! पलिश्ती आ गए!” (पलिश्ती अंदरवाले कमरे में घात लगाए बैठे थे।) यह सुनते ही शिमशोन ने रस्सियाँ ऐसे तोड़ दीं मानो वे कच्चे धागे हों।+