33 तुम उन्हें अपने देश में कहीं रहने न देना ताकि वे तुमसे मेरे खिलाफ कोई पाप न करवाएँ। अगर तुम उनके देवताओं की पूजा करोगे तो यह ज़रूर तुम्हारे लिए एक फंदा बन जाएगा।”+
21 इसलिए यहोशू की मौत के बाद इस देश में जितने भी दुश्मन राष्ट्र बचे हैं, उनमें से मैं एक को भी नहीं खदेड़ूँगा।+22 मैं परखना चाहता हूँ कि इसराएली अपने पुरखों की तरह यहोवा की राह पर चलेंगे या नहीं।”+