25 अगर तुम्हारा कोई इसराएली भाई गरीबी में पड़ जाए और मजबूरी में उसे अपनी कुछ ज़मीन बेचनी पड़े, तो उसके किसी नज़दीकी रिश्तेदार को उसका छुड़ानेवाला बनना होगा और उसकी बिकी हुई ज़मीन वापस खरीदनी होगी।+
20 नाओमी ने अपनी बहू से कहा, “यहोवा उसे आशीष दे। सचमुच, परमेश्वर जीवितों और मरे हुओं के लिए अपने अटल प्यार का सबूत देना कभी नहीं छोड़ता।”+ नाओमी ने यह भी कहा, “वह आदमी हमारा रिश्तेदार है+ और हमारे छुड़ानेवालों में से एक है।”+