12 इसके बाद इसराएली मूसा से कहने लगे, “अब तो लगता है कि हममें से कोई मौत से नहीं बच सकता। हम ज़रूर नाश हो जाएँगे, सब-के-सब नाश हो जाएँगे! 13 अगर कोई यहोवा के पवित्र डेरे के पास भी जाएगा, तो वह मर जाएगा!+ क्या इसी तरह हम सबका अंत हो जाएगा?”+
8 मगर यह देखकर कि यहोवा का क्रोध उज्जाह पर भड़क उठा, दाविद बहुत गुस्सा* हुआ। इसी घटना की वजह से वह जगह आज तक पेरेस-उज्जाह* के नाम से जानी जाती है। 9 फिर उस दिन दाविद यहोवा से बहुत डर गया+ और उसने कहा, “यहोवा का संदूक मेरे यहाँ कैसे आ पाएगा?”+