6 उस जवान ने कहा, “इत्तफाक से मैं उस वक्त गिलबो पहाड़ पर था+ और मैंने देखा कि शाऊल भाला टेके खड़ा है और दुश्मनों के रथ और घुड़सवार तेज़ी से उसकी ओर बढ़ रहे हैं।+
10 तब मैंने पास जाकर उसे मार डाला+ क्योंकि मैं जानता था कि वह इतनी बुरी तरह घायल हो चुका था कि उसका बचना नामुमकिन था। फिर मैंने उसके सिर से ताज और हाथ से बाज़ूबंद निकाल लिया और ये सब तेरे पास लाया हूँ मालिक।”