24 यहोशू और सारे इसराएली, जेरह के बेटे आकान+ को और उसकी चुरायी चाँदी, महँगी पोशाक, सोने की ईंट,+ साथ ही उसके बेटे-बेटियों, बैल, गधों और भेड़-बकरियों और उसके तंबू को और जो कुछ उसका था, सबकुछ लेकर आकोर घाटी+ में आए।
26 उन्होंने उस पर पत्थरों का एक बड़ा ढेर लगा दिया जो आज भी वहाँ है। तब यहोवा का क्रोध शांत हो गया।+ इस घटना की वजह से आज तक वह जगह आकोर* घाटी के नाम से जानी जाती है।
29 उसने ऐ के राजा को मारकर काठ* पर लटका दिया और उसे शाम तक वहीं रहने दिया। जब सूरज डूबनेवाला था तो यहोशू ने आज्ञा दी कि उसकी लाश काठ से उतार दी जाए।+ उन्होंने लाश शहर के फाटक के सामने फेंक दी और उस पर पत्थरों का एक बड़ा ढेर लगा दिया, जो आज तक वहाँ है।
27 सूरज डूबने पर यहोशू ने आदेश दिया कि उनकी लाशें काठों से उतार दो+ और उसी गुफा में फेंक दो जहाँ वे छिपे हुए थे। उनकी लाशें गुफा में फेंक दी गयीं और उसका मुँह बड़े-बड़े पत्थरों से बंद कर दिया गया। ये पत्थर आज भी वहीं हैं।