8 मैं उससे आमने-सामने बात करता हूँ+ और उसे पहेलियों में नहीं बल्कि साफ-साफ अपनी बात बताता हूँ। और खुद यहोवा उसके सामने प्रकट होता है। फिर तुम दोनों ने मेरे सेवक मूसा के खिलाफ बात करने की जुर्रत कैसे की?”
6 उसने अपने आदमियों से कहा, “मैं अपने मालिक पर हाथ उठाने की सोच भी नहीं सकता, वह यहोवा का अभिषिक्त जन है। यहोवा की नज़र में यह बिलकुल गलत होगा कि मैं यहोवा के अभिषिक्त जन पर हाथ उठाऊँ।”+
4 तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले सैनिक से कहा, “तू अपनी तलवार निकालकर मुझे घोंप दे ताकि ये खतनारहित आदमी+ मुझे न घोंपें और बेरहमी से न मारें।”* मगर उसके सैनिक ने इनकार कर दिया क्योंकि ऐसा करने की उसकी हिम्मत नहीं हुई। तब शाऊल ने अपनी तलवार ली और खुद उस पर गिर गया।+