32 इतना ही नहीं, उसने सामरिया में बाल देवता का जो मंदिर+ बनवाया था, वहाँ उस देवता के लिए एक वेदी भी खड़ी करवायी। 33 उसने पूजा-लाठ* भी बनवायी।+ अहाब ने इतने पाप किए कि उसने उन सभी राजाओं से बढ़कर यहोवा का क्रोध भड़काया, जो उससे पहले इसराएल में हुए थे।