28 इस तरह बाशा, नादाब को मारकर खुद राजा बन बैठा। यह घटना यहूदा के राजा आसा के राज के तीसरे साल में हुई थी। 29 बाशा जैसे ही राजा बना उसने यारोबाम के पूरे घराने का सफाया कर दिया, एक को भी ज़िंदा नहीं छोड़ा। इस तरह यहोवा का वह वचन पूरा हुआ जो उसने शीलो के रहनेवाले अपने सेवक अहियाह से कहलवाया था।+