30 तुमने पूजा के लिए जितनी भी ऊँची जगह बनायी होंगी वे सब मैं ढा दूँगा+ और तुम्हारे धूप-स्तंभों को तोड़ डालूँगा। मैं तुम्हारी बेजान घिनौनी मूरतों* के ढेर पर तुम्हारी लाशों का ढेर लगा दूँगा।+ मुझे तुमसे इतनी घिन हो जाएगी कि मैं तुमसे अपना मुँह फेर लूँगा।+
5 तुम उन जातियों के साथ यह करना: उनकी वेदियाँ ढा देना, उनके पूजा-स्तंभ चूर-चूर कर देना,+ उनकी पूजा-लाठें* काट डालना+ और उनकी खुदी हुई मूरतें जला देना,+