33 इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के बारे में कहता है,+
“वह इस शहर में नहीं आएगा,+
न यहाँ एक भी तीर चलाएगा,
न ढाल लेकर हमला करेगा,
न ही घेराबंदी की ढलान खड़ी करेगा।”’+
34 यहोवा ने यह ऐलान किया है, ‘वह जिस रास्ते आया है उसी रास्ते लौट जाएगा,
वह इस शहर में नहीं आएगा।
35 मैं अपने नाम की खातिर और अपने सेवक दाविद की खातिर+
इस शहर की रक्षा करूँगा,+ इसे बचाऊँगा।’”+