6 मैं तेरी उम्र 15 साल और बढ़ा दूँगा। मैं तुझे और इस शहर को अश्शूर के राजा के हाथ से बचाऊँगा।+ अपने नाम की खातिर और अपने सेवक दाविद की खातिर मैं इस शहर की हिफाज़त करूँगा।”’”+
5 यहोवा ऐलान करता है, “देख, वे दिन आ रहे हैं जब मैं दाविद के वंश से एक नेक अंकुर* उगाऊँगा।+ वह राजा बनकर राज करेगा+ और अंदरूनी समझ से काम लेगा। वह देश में न्याय करेगा।+