वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • 1 शमूएल 16:11, 12
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 11 आखिर में शमूएल ने यिशै से पूछा, “क्या तेरे इतने ही बेटे हैं?” उसने कहा, “नहीं, एक और लड़का है, सबसे छोटा।+ वह भेड़ चराने गया है।”+ शमूएल ने यिशै से कहा, “उसे भी बुलवा क्योंकि जब तक वह नहीं आता हम भोज के लिए नहीं बैठेंगे।” 12 तब यिशै ने अपने सबसे छोटे बेटे को बुलवाया और उसे अंदर लाया। वह लड़का बहुत सुंदर था, उसका रंग गुलाबी था और आँखें खूबसूरत थीं।+ यहोवा ने शमूएल से कहा, “उठ, इसका अभिषेक कर, मैंने इसी को चुना है!”+

  • 1 शमूएल 17:15
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 15 दाविद अपने पिता की भेड़ों को चराने+ के लिए शाऊल के यहाँ से बेतलेहेम आया-जाया करता था।

  • 1 शमूएल 25:30
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 30 जब यहोवा तेरे साथ वे सारे भलाई के काम करेगा, जिनका उसने वादा किया है और तुझे इसराएल का अगुवा ठहराएगा,+

  • 2 शमूएल 7:8-11
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 8 तू मेरे सेवक दाविद से कहना, ‘सेनाओं का परमेश्‍वर यहोवा कहता है, “मैं तुझे चरागाहों से ले आया था जहाँ तू भेड़ों की देखभाल करता था+ और तुझे अपनी प्रजा इसराएल का अगुवा बनाया।+ 9 तू जहाँ कहीं जाएगा मैं तेरे साथ रहूँगा+ और तेरे सामने से तेरे सभी दुश्‍मनों को नाश कर दूँगा+ और तेरा नाम ऐसा महान करूँगा+ कि तू दुनिया के बड़े-बड़े नामी आदमियों में गिना जाएगा। 10 मैं अपनी प्रजा इसराएल के लिए एक जगह चुनूँगा और वहाँ उन्हें बसाऊँगा। वे वहाँ चैन से जीएँगे, कोई उन्हें दुख नहीं देगा। उन पर दुष्ट लोग अत्याचार नहीं करेंगे, जैसे गुज़रे वक्‍त में+ 11 दुष्ट मेरे लोगों पर तब से अत्याचार करते रहे जब मैंने उन पर न्यायी ठहराए थे।+ मैं तुझे तेरे सभी दुश्‍मनों से राहत दिलाऊँगा।+

      यहोवा तुझसे यह भी कहता है कि यहोवा तेरे लिए एक राज-घराना तैयार करेगा।+

  • भजन 78:70, 71
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 70 उसने अपने सेवक दाविद को चुना,+

      उसे भेड़ों के बाड़े से ले आया।+

      71 जो दूध पिलाती भेड़ों की देखभाल करता था,

      उसे याकूब का, अपने लोगों का चरवाहा ठहराया,+

      अपनी विरासत इसराएल का चरवाहा ठहराया।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
लॉग-आउट
लॉग-इन
  • हिंदी
  • दूसरों को भेजें
  • पसंदीदा सेटिंग्स
  • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
  • इस्तेमाल की शर्तें
  • गोपनीयता नीति
  • गोपनीयता सेटिंग्स
  • JW.ORG
  • लॉग-इन
दूसरों को भेजें