33 तो तू अपने निवास-स्थान स्वर्ग से उसकी सुनना और उसके लिए वह सब करना जिसकी वह गुज़ारिश करता है ताकि धरती के सब देशों के लोग तेरा नाम जानें+ और तेरा डर मानें, जैसे तेरी इसराएली प्रजा तेरा डर मानती है और वे जानें कि यह भवन जो मैंने बनाया है, इससे तेरा नाम जुड़ा है।