34 अहाब के दिनों में बेतेल के रहनेवाले हीएल ने यरीहो शहर को दोबारा बनवाया। मगर उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ी। जब उसने यरीहो की नींव डाली तो उसका पहलौठा अबीराम मर गया और जब उसने फाटक लगवाए तो उसका सबसे छोटा बेटा सगूब मर गया। इस तरह यहोवा का वह वचन पूरा हुआ जो उसने नून के बेटे यहोशू से कहलवाया था।+